Shri Ganesh ji ki Aarti Lyrics in english जैसा कि सभी जानते हैं कि गणेश जी की आरती पूजनीय है। इसलिए शुभ कार्य या बड़ी सेवा शुरू करने से पहले “श्री गणेश आरती” का जाप भी किया जा सकता है। इसके अलावा गणेश उत्सव पर श्री गणेश आरती भी खूब गाई जाती है। हर साल की तरह इस साल भी गणेश उत्सव शुरू होगा. COBHOMEPLANS के सभी पाठकों को बधाई एवं शुभकामनाएँ। भगवान श्री गणेश आप सभी को खुशियाँ और मुस्कान प्रदान करें।
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-गणेश स्तुति-
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
अर्थ: भगवान गणेश को वक्रतुण्ड (वक्र-कुरुवाकार और तुण्ड-शिर) और महाकाय (बड़े शरीरवाले) के रूप में सम्मानित किया गया है, जिनकी ज्योति सूर्य के समान प्रकाशमान है। हे देव, आप सर्वदा सभी कार्यों में सर्वदा बिना विघ्न के मेरे लिए कामना को पूरा करें॥

श्री गणेशजी की आरती
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
एकदन्त दयावन्त, चारभुजाधारी।
माथे पे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी॥
पान चढ़े, फूल चढ़े, और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा॥
जै गणेश, जै गणेश, जै गणेश देवा॥
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया॥
जै गणेश, जै गणेश, जय गणेश देवा॥
पान चढ़े, फूल चढ़े, और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा॥
जै गणेश, जै गणेश, जय गणेश देवा॥
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया॥
जै गणेश, जै गणेश, जय गणेश देवा॥
चारों वेदन्त रूप ने, जग में साँचा।
हिंदू धर्म सभा में, मिले वेदों का सारा॥
जै गणेश, जै गणेश, जय गणेश देवा॥
अंधकारको मिटाओ, मोह-जड़ों को छेडो।
नित्य नव विधि ध्याओ, बुद्धि बद्धि को खेलो॥
जै गणेश, जै गणेश, जय गणेश देवा॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
पूर्णिमा दीप आँजलि, भक्ति में लगाओ।
बिना सुख के नर व्यर्थ, जीवन को बिताओ॥
जै गणेश, जै गणेश, जय गणेश देवा॥
देवा शरण गजानन, धरा पर्वती धारी।
दासों के जीवन सवारी, आदि विघ्नहारी॥
पान चढ़े, फूल चढ़े, और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा॥
जै गणेश, जै गणेश, जय गणेश देवा॥
चारों वेदन्त रूप ने, जग में साँचा।
हिंदू धर्म सभा में, मिले वेदों का सारा॥
जै गणेश, जै गणेश, जय गणेश देवा॥
अंधकारको मिटाओ, मोह-जड़ों को छेडो।
नित्य नव विधि ध्याओ, बुद्धि बद्धि को खेलो॥
जै गणेश, जै गणेश, जय गणेश देवा॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा।
कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्।
सदा बसन्तं हृदयारविन्दे भवं भवानीसहितं नमामि।।
Ganesh Ji Ki Aarti Lyrics English

-गणेश स्तुति-
गजाननं भूतगणादि सेवितं,
कपित्थ जम्बूफलसार भक्षितम्।
उमासुतं शोकविनाशकारणं,
नमामि विघ्नेश्वर पादपङ्कजम्॥
Jay Ganesh Jay Ganesh Jay Ganesh Deva,
Maata Jaakee Paarvatee Pita Mahaadeva.
Jay Ganesh..
Ekadant Dayaavant Chaara Bhujaa Dhaaree,
Maathe Par Tilak Sohe Moose Kee Savaaree.
Jay Ganesh..
Paan Chadhe Phool Chadhe aur Chadhe Meva,
Laddoo Ka Bhog Lage Sant Karen Seva.
Jay Ganesh..
Andhe ko Aankh Det, Kodhin Ko Kaaya,
Baanjhan ko Putr Det, Nirdhan ko Maaya.
Jay Ganesh..
Soor Shyaam Sharan Aae Saphal Keeje Seva,
Maata Jaakee Paarvatee Pita Mahaadeva.
Jay Ganesh..
Deenan Kee Laaj Rakho Shambhoo Shutavaaree,
Kaamana ko Poorn Karo Jag Balihaaree.
Jay Ganesh..
Jay Ganesh Jay Ganesh Jay Ganesh Deva,
Maata Jaakee Paarvatee Pita Mahaadeva.
Burn Kapoor and Pray Jay Ganesh
Karpoorgaurm Karunavataram Sansarasaram Bhujgendraharam,
Sada Basantam Hrudayarvinde Bhavam Bhavani Sahitam Namami.
श्री गणेश जी की स्तुति
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय लम्बोदराय।
सुखदाय हरिद्राय गौरीतनया विनायकाय॥
वक्रतुण्डाय हुं हुं गणपतये।
हुं हुं गणपतये।
हुं हुं गणपतये।
नानाशास्त्र प्रकाशाय त्रिभुवन मङ्गलाय।
त्रिनयनाय त्रिलोचनाय श्रीगणेशाय नमो नमः॥
विघ्नहर्ता शरणं प्रपद्ये।
सर्वकारणकारणं विघ्नेश्वरं विजयाचितार्थं।
सर्वज्ञानायकारणं विद्याधरं विनायकं॥
मोदकप्रियं मोदकान्तं विकटं विघ्नराजकम्।
मोदकबाष्पकार्षाय विघ्नविघ्नेश्वराय नमः॥
गजाननं भूतगणाधिसेवितं।
कपित्थ जम्बूफलसार भक्षितम्।
उमासुतं शोकविनाशकारकं।
नमामि विघ्नेश्वर पादपङ्कजम्॥
विघ्नेश्वराय नमः।
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